मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण, मथुरा का गठन वर्ष 1976 में मथुरा-वृन्दावन शहरों के सुनियोजित विकास हेतु महायोजना स्वीकृत की गई तथा
नगर एवं ग्राम्य नियोजन विभाग द्वारा विनियोजित क्षेत्र मथुरा-वृन्दावन महायोजना को शासनादेश सं0 2484/37-3-43/ए0के0वी0/73 दिनांक 09.08.76
द्वारा स्वीकृत किया गया तथा उसी के अन्तर्गत दिनांक 25.03.77 को मथुरा-वृन्दावन विकास प्राधिकरण की स्थापना की गई।
स्थापना के समय प्राधिकरण में मथुरा-वृन्दावन नगर पालिका क्षेत्र के अतिरिक्त 67 ग्राम सम्मिलित किये गये थे, जिसमें प्राधिकरण योजनायें बनाकर विकास की
ओर अग्रसर रहा । इसके पश्चात् शासनादेश सं0 509/9-आ-5-97-76 डी0ए0/76 दिनांक 8 जनवरी 1997 द्वारा कोसी नगर पालिका क्षेत्र को सम्मिलित किया गया ।
शासनादेश सं0 4493/9-अ-5-96-76 डी. ए/76 दि0 6-12-97 द्वारा छाता, चैमुहाॅं व नन्दगाॅव नगर क्षेत्र के 49 गाॅंवो और प्राधिकरण क्षेत्र में सुनियोजित विकास
हेतु सम्मिलित किये गये। इसके बाद पुनः शासनादेश सं0 2426/9-आ-6-2001-2 (विविध)/2001 लखनऊ दिनांक 31-10-2001 द्वारा नगर क्षेत्र गोवर्धन व राधाकुण्ड क्षेत्र एवं
11 गांव भी प्राधिकरण क्षेत्र में सम्मिलित किये गये तथा पुनः शासनादेश सं0 3984/आठ-6-10-2 गठन/2004 लखनऊ दिनांक 8 नवम्बर 2010 द्वारा 82 ग्राम एवं फरह नगर
क्षेत्र भी सम्मलित कर लिये गये। इस प्रकार वर्तमान में प्राधिकरण में 3 नगरपालिका क्षेत्र, 6 नगर क्षेत्र तथा 209 गाॅंव सम्मिलित हैं ।
Preparation of Master Plan for Planned Urban Development.
Development & Control as per Master Plan
Acquisition of Land and Management for Housing and Urban Development.
Provision of Physical and Social Infrastructure in the city.
Providing houses at low cost to economically weaker section.